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56 भोग की सूची

Sacred Scripture from Daily Mandir

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🌼 श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: 56 भोग की सूची 🌼 #

56 भोग अर्पण की परंपरा का क्या है महत्व? जानिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से जुड़ी कथा और पूरी भोग सूची। ##


✨ 56 भोग की परंपरा का पौराणिक महत्व

गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण को पति रूप में प्राप्त करने की इच्छा से मां कात्यायनी की पूजा की थी और 56 भोग अर्पित करने का संकल्प लिया था। उसी परंपरा के अनुसार आज भी जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग अर्पित किए जाते हैं।


🕐 8 प्रहर × 7 पकवान = 56 भोग

  • भगवान कृष्ण दिनभर में 8 प्रहरों में भोजन करते थे।
  • हर प्रहर में 7 पकवान अर्पित होते थे।
  • 8 × 7 = 56 भोग

  • 🪔 56 भोगों की सूची

    🍬 मिठाई व दूध से बने पदार्थ:

    1. माखन-मिश्री

    2. खीर

    3. रसगुल्ला

    4. जीरा लड्डू

    5. जलेबी

    6. रबड़ी

    7. मालपुआ

    8. मोहनभोग

    9. घेवर

    10. पेड़ा

    11. मूंग दाल का हलवा

    12. पंजीरी

    13. गुड़

    14. मालई

    15. शक्करपारा

    16. लड्डू

    17. बेसन बर्फी

    18. गुलाब जामुन

    19. मलाई रोल

    20. चूरमा


    🍽️ नमकीन व पकवान:

    21. पूरी

    22. मठरी

    23. पकौड़े

    24. कचौरी

    25. खिचड़ी

    26. दाल

    27. कढ़ी

    28. भुजिया

    29. चिला

    30. टिक्की

    31. पापड़

    32. रोटी

    33. बैंगन की सब्जी

    34. लौकी की सब्जी

    35. साग

    36. चटनी


    🧴 पेय पदार्थ:

    37. पंचामृत

    38. दही

    39. लस्सी

    40. शर्बत

    41. शिंकजी

    42. नारियल पानी

    43. बादाम दूध

    44. घी

    45. शहद


    🍓 फल व मेवे:

    46. आम

    47. केला

    48. अंगूर

    49. सेब

    50. आलूबुखारा

    51. किशमिश

    52. नारियल

    53. काजू

    54. बादाम

    55. पिस्ता

    56. सुपारी, पान, सौंफ


    🔚 निष्कर्ष

    56 भोग केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि भक्त और भगवान के बीच प्रेम और समर्पण का प्रतीक है।

    जन्माष्टमी पर जब भक्तजन प्रेमपूर्वक पूजन और 56 भोग अर्पित करते हैं, तो यह भक्ति की चरम अभिव्यक्ति बन जाती है।

    आइए इस जन्माष्टमी, श्रद्धा और भक्ति के साथ श्रीकृष्ण को पूजें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।


    डेली मंदिर ऐप में हर पर्व और परंपरा की संपूर्ण जानकारी एक स्थान पर — सरल और आध्यात्मिक भाषा में।

    जय श्रीकृष्ण! राधे-राधे!


    Published by DailyMandir · 1 july, 2025